क्या बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज़-ज़मां को तख्तापलट का डर सता रहा है? उनकी बातों से तो ऐसा ही संकेत मिल रहा है. दरअसल उनहोंने कहा, ‘मैं देश की स्वतंत्रता और संप्रभुता के लिए संभावित ख़तरा देख सकता हूं. मेरी कोई और आकांक्षा नहीं है, लेकिन मैं देश को सुरक्षित हाथों में देखना चाहता हूं.’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘पिछले 7-8 महीनों में मैंने बहुत कुछ झेला है. मैं आपको पहले से चेतावनी दे रहा हूं, ताकि आप कल यह न कहें कि मैंने आपको नहीं बताया.’