पूर्णिया से रुपौली संवाददाता पांडु कुमार
रूपौली (पूर्णियां )। “हमने पूरी जिंदगी इसी जमीन पर बिता दी, लेकिन अब तक कोई सरकारी कागजात नहीं मिला!” – ये दर्द है सुनील नगर मोहल्ले के सैकड़ों परिवारों का, जो बीते 35 वर्षों से यहां बसे हैं, लेकिन आज भी वे अपने ही घर की जमीन पर सरकारी दस्तावेज के बिना रह रहे हैं।इस बड़ी समस्या को लेकर विजय मोहनपुर पंचायत के सरपंच गौतम कुमार ने अंचलाधिकारी रूपौली को एक लिखित आवेदन सौंपा है। उन्होंने साफ कहा कि पंचायत स्तर पर इन मोहल्लों में बिजली, सड़क, आंगनबाड़ी केंद्र और सामुदायिक भवन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, फिर भी बिहार सरकार द्वारा जमीन के कागजात न मिलने से लोग लगातार चिंता में हैं।सरपंच गौतम कुमार ने प्रशासन से दो टूक कहा, “35 साल से लोग यहां रह रहे हैं, सरकार ने इस जमीन को नापी भी करवाई थी, लेकिन अब तक बासगीत पर्चा किसी को नहीं मिला। आखिर ये लोगों के साथ अन्याय क्यों?” उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द इस पर ठोस कदम उठाने की माँग की है।जब इस मामले पर अंचलाधिकारी रूपौली शिवानी सुरभि से सवाल किया गया तो उन्होंने चौंकाने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हमें इस मामले की जानकारी नहीं थी, लेकिन अब हम पूरी जाँच कराएंगे और रिपोर्ट जिला पदाधिकारी पूर्णियाँ को भेजेंगे। पात्रता के आधार पर जल्द ही जमीन संबंधी कागजात उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सरकार की ओर से अब तक अनदेखी झेल रहे सुनील नगर के लोगों को अब उम्मीद की किरण नजर आ रही है। अंचलाधिकारी के इस बयान के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन की कार्रवाई को लेकर नई आशा जगी है।अब देखना यह होगा कि क्या सरकार इन 500 परिवारों को उनका हक दिलाने के लिए जल्द कोई ठोस कदम उठाती है या फिर यह मामला फाइलों में ही दबा रह जाएगा।