पूर्णिया से रुपौली संवाददाता पांडु कुमार
रूपौली (पूर्णियाँ) रूपौली विधानसभा क्षेत्र के डुमरी गांव में आगजनी की विनाशलीला ने गुलाब रविदास का आशियाना राख कर दिया। घर के साथ उनकी उम्मीदें भी जल गईं। इस दुख की घड़ी में जब परिवार टूट चुका था, तब उनकी हिम्मत बनने पहुंची रूपौली विधायक शंकर सिंह की धर्मपत्नी एवं जिला पार्षद प्रतिमा सिंह उर्फ सुनिता कुमारी।गौरतलब है कि मंगलवार को टीकापट्टी थाना क्षेत्र के कोयली सिमड़ा पश्चिम पंचायत स्थित डुमरी गांव के वार्ड नं. 11 में गुलाब रविदास (पिता – छुत्तरू रविदास) के घर में अचानक भीषण आग लग गई थी। इस अग्निकांड में घर में रखा जेवरात, कपड़े, बर्तन समेत करीब दो लाख रुपये नगद जलकर नष्ट हो गए।इस घटना की सूचना मिलते ही विधायक शंकर सिंह के निर्देश पर जिला पार्षद प्रतिमा सिंह रात्रि में ही पीड़ित परिवार के घर पहुंच गईं। जैसे ही गुलाब रविदास की पत्नी सलिता देवी ने उन्हें देखा, वे अपनी पीड़ा रोक न सकीं और फफक-फफक कर रोने लगीं।”हमारा सब कुछ खत्म हो गया दीदी, अब हम कहां जाएंगे?” सलिता देवी के ये शब्द सुनकर वहां मौजूद ग्रामीण भी अपने आंसू नहीं रोक पाए।इस मार्मिक दृश्य को देख भावुक हुई जिला पार्षद प्रतिमा सिंह उर्फ सुनिता कुमारी ने सलिता देवी को गले लगाकर कहा तुम अकेली नहीं हो। तुम्हारा दुख मेरा अपना दुख है। ‘जनता भगवान’ ने मुझे सेवा का जो अवसर दिया है, उसे मैं किसी कीमत पर अधूरा नहीं छोड़ूंगी। जब तक तुम्हारे घर का चूल्हा फिर से जल नहीं जाता, जब तक तुम्हारी मुस्कान वापस नहीं लौटती, तब तक मैं और विधायक शंकर सिंह तुम्हारे साथ खड़े रहेंगे।इसके बाद जिला पार्षद ने पीड़ित परिवार को राहत सामग्री के रूप में चावल, दाल, तेल, नमक, कपड़े सहित सुखा राशन और नकद राशि देकर सहायता प्रदान की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विधायक शंकर सिंह के निर्देश पर प्रशासन से बात कर अग्निकांड पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता राशि जल्द से जल्द दिलाई जाएगी।इस मौके पर जिला पार्षद प्रतिमा सिंह उर्फ सुनिता कुमारी ने वहां मौजूद ग्रामीणों से भी अपील करते हुए कहा आप सब मेरे अपने हैं। जब तक मुझमें सांस है, तब तक मैं ‘जनता भगवान’ की सेवा के लिए हर मोड़ पर खड़ी रहूंगी। आपके दर्द को कम करना ही मेरा धर्म है, और जनता का विश्वास मेरी सबसे बड़ी पूंजी।घटना स्थल पर मौजूद सरपंच शिव कुमार यादव, उपमुखिया पिंकी देवी, समाजसेवी विनोद कुमार यादव सहित ग्रामीणों ने जिला पार्षद के इस संवेदनशील कदम की खुलकर सराहना की।ग्रामीणों ने भावुक होकर कहा जिस तरह विधायक शंकर सिंह और जिला पार्षद प्रतिमा सिंह ने इस दुख की घड़ी में साथ दिया है, उसने साबित कर दिया है कि सच्चे जनप्रतिनिधि वही होते हैं जो जनता के सुख-दुख में परिवार की तरह खड़े रहें।यह घटना न सिर्फ एक त्रासदी थी, बल्कि यह भी साबित कर गई कि जब नेता ‘जनता भगवान’ को अपना परिवार समझ ले, तब वह हर मुश्किल को परास्त कर देता है।