पूर्णिया से रुपौली संवादाता – पांडु कुमार
रूपौली विधानसभा क्षेत्र के विधायक शंकर सिंह ने बिहार विधानसभा में नियम 104 के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाकर खाद की कालाबाजारी और किसानों की समस्याओं को गंभीरता से उठाया।
विधायक शंकर सिंह ने कहा कि कोशी और सीमांचल के किसान खाद संकट से जूझ रहे हैं। सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर उन्हें खाद उपलब्ध नहीं हो रहा है। खुलेआम खाद की कालाबाजारी की जा रही है, जिससे किसानों को तय कीमत से दोगुनी राशि चुकानी पड़ रही है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने यूरिया की कीमत 266 रुपए तय की है, लेकिन किसान इसे 450-500 रुपए में खरीदने को मजबूर हैं। इसी तरह, DAP 1350 की जगह 1600 रुपए और पोटास 1500 की जगह 1800 रुपए में बेचा जा रहा है। उन्होंने इसे किसानों का खुला शोषण करार दिया।
विधायक शंकर सिंह ने कहा, “किसान अन्नदाता हैं, लेकिन उन्हें ही लूटने का काम किया जा रहा है। सरकार को तत्काल हस्तक्षेप कर खाद की कालाबाजारी पर रोक लगानी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। यदि किसानों को उचित मूल्य पर खाद नहीं मिला, तो मैं किसानों के साथ सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाऊंगा।उन्होंने मांग की कि खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए प्रशासन को सक्रिय किया जाए, दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो, और किसानों को उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराया जाए।
इस मुद्दे पर किसानों में भी भारी आक्रोश है। कई किसानों ने शिकायत की कि खाद डीलरों द्वारा जानबूझकर स्टॉक रोका जा रहा है और कालाबाजारी के चलते उन्हें ऊंची कीमत पर खरीदना पड़ रहा है।
अब देखना होगा कि सरकार इस गंभीर समस्या पर क्या कदम उठाती है।
विधायक शंकर सिंह ने कहा किसान और मजदूर हमारे लिए भगवान के समान हैं। उनके हक के लिए मैं सदैव तत्पर रहूंगा।