यूट्यूबर मनीष कश्यप ने भाजपा छोड़ने का किया फैसला . खबर चलाने पर FIR, गिरफ्तारी के लिए जाएंगे सारण

बिहार के प्रसिद्ध यूट्यूबर और भाजपा नेता मनीष कश्यप ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। वह शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देंगे। मनीष ने बताया कि उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर छपरा के दिघवारा थाना में महिलाओं की पिटाई की खबर प्रसारित की थी।

इस खबर के बाद उनके चैनल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई। मनीष ने कहा कि वह पहले पार्टी से इस्तीफा देंगे। उसके बाद उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।

11 यूट्यूबरो पर दर्ज हुआ FIR

छपरा के साइबर थाना में गलत और भ्रामक खबर फैलाने के आरोप में बुधवार को 11 यूट्यूबरो पर एफआईआर दर्ज हुआ था। जिसमें भाजपा नेता मनीष कश्यप का भी चैनल शामिल हैं। जिससे नाराज होकर मनीष ने फेसबुक लाइव आकर भाजपा से इस्तीफा देने का फैसला लिया है।

मां के कहने पर जुड़े थे BJP से

बता दें कि मनीष कश्यप पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें दिल्ली में पार्टी की सदस्यता दी गई थी। सदस्यता लेने के बाद जेपी नड्डा और नरेंद्र मोदी से मनीष कश्यप ने मुलाकात की थी। बीजेपी में शामिल होने के बाद मनीष कश्यप ने कहा था कि अपनी मां के कहने पर मैंने ये फैसला लिया है।

उनका कहना था कि मेरी विचारधारा भारतीय जनता पार्टी से मिलती है। भाजपा में शामिल होने के बाद बीजेपी नेता संजय मयूख के साथ मनीष कश्यप ने तस्वीर भी जारी की थी।

मनीष कश्यप बीजेपी के सदस्यता लेने के बाद झारखंड चुनाव और दिल्ली चुनाव में काफी अहम भूमिका उन्होंने निभाई थी। झारखंड चुनाव में उन्होंने विभिन्न प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया था। इस दौरान उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से भी हुई थी।

दिल्ली में मनीष कश्यप बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के लिए भी चुनाव प्रचार किया था। मनीष को बीजेपी में शामिल करने में मनोज तिवारी ने अहम भूमिका निभाई थी।

आचार संहिता उल्लंघन का मामला हुआ था दर्ज

हालांकि, मनीष कश्यप के निर्दलीय चुनाव लड़ने की भी चर्चा थी। इसी क्रम में चुनावी सभा को संबोधित करने को लेकर उनपर आचार संहिता उल्लंघन का मामला भी दर्ज हुआ था। बताया जा रहा है कि मनीष कश्यप के साथ पूर्वी चंपारण के दरपा थाना क्षेत्र के नरकटिया गांवनि वासी प्रकाश साह और 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

 18 मार्च 2023 को बेतिया में किया था सरेंडर

मालूम हो कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट का फर्जी वीडियो शेयर करने को लेकर यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ी थी। इस मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने मनीष कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज की थी। जब इस केस में छापेमारी शुरू हुई तो कई दिनों तक गिरफ्तारी के डर से मनीष कश्यप बिहार छोड़कर फरार हो गया था। उसकीत लाश में कई जगहों पर छापेमारी हुई थी।बेतिया पुलिस ने 18 मार्च 2023 को दूसरे केस में मनीष के घर की कुर्की जब्ती शुरू की तो उसने स्थानीय थाने में सरेंडर किया। उसी दिन पटना से गई EOU की टीम ने उसे अपने केस में कब्जे में लिया था। रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की और उसे जेल भेज दिया था।

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